Saturday, December 27, 2014

ऐ ! बादल जरा थम के बरस

ऐ ! बादल जरा थम के बरस , कि कहीं वो आ न पायें
उसके बाद फिर जम के बरस , इतना बरस कि वो जा न पायें

- नमालूम

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