मैं सांस लेता हूं तेरी खुशबू आती है
Wednesday, December 17, 2014
तुम्हें गैरों से कब फुर्सत
तुम्हें गैरों से कब फुर्सत , हम अपनों से कब खाली
चलो हो चुका मिलना अब, न हम खाली, न तुम खाली
- नमालूम
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