Wednesday, January 14, 2015

अज्म तर्क तमन्ना करेंगे हम

माना कि अज्म तर्क तमन्ना करेंगे हम
तेरे बगैर जी कर भला क्या करेंगे हम
कम होगी जब चिरागे मुहब्बत की रौशनी
तो दिल को जला-जला के उजाला करेंगे हम

- नमालूम


न होना तुम

न होना तुम अमानत किसी और की

- शाहिद अजनबी

शायद ये अपना

शायद ये अपना आखिरी मिलन हो

- शाहिद अजनबी

रातों को चलने वाले

रातों को चलने वाले रह जाएँ थक के जिस दम
उम्मीद उनकी मेरा टूटा हुआ दिया हो

- नमालूम

गर न मिलते तुम सफ़र में

गर न मिलते तुम सफ़र में , तो ये सफ़र अधूरा रहता

- शाहिद अजनबी

मुझे तो आपके गुस्से से भी प्यार है

मुझे तो आपके गुस्से से भी प्यार है

- अनीसा

बिन तेरे जीना

बिन तेरे जीना कोई जीवन नहीं

-शाहिद अजनबी

मैं तेरा आईना हूँ

मैं तेरा आईना हूँ और तुम मेरा आईना हो

- शाहिद अजनबी

बड़ा खुशनसीब है वो

बड़ा खुशनसीब है वो जिसे तेरे आँचल का साया मिला

- शाहिद अजनबी

प्यार अनजाने में होता है

प्यार अनजाने में होता है

- शाहिद अजनबी

प्यार वो है जो

प्यार वो है जो हर किसी को नहीं मिलता

- नमालूम

प्यार दोस्ती है

प्यार दोस्ती है

- शाहिद अजनबी

किस नाज़ से कहता था

किस नाज़ से कहता था मैं कि तुम मेरी और सिर्फ हो पर आज तुम मेरी नहीं रही

- शाहिद अजनबी 

चिरागे कब्र पर

चिरागे कब्र पर मेरी वो
सिगरेट जला कर चल दिए
दिए में जो तेल था
वो सर में लगा के चल दिए

- नमालूम

बरसात की रुत है

बरसात की रुत है जुल्फों में
बिजली की कहर है आँचल में
घूंघट में यह गोरा मुखड़ा है
या चाँद छिपा है बादल में

- नमालूम

तन पर पहरा , भटक रहा मन

तन पर पहरा , भटक रहा मन
साथी है केवल सूनापन
मैं भी रोता आसपास जब ,
कोई नहीं , नहीं होता है, दूर कहीं कोई रोता है

- नमालूम

आपके ख़त आना बंद हैं

आजकल आपके ख़त आना बंद हैं
मर गए हैं डाकिये या डाकखाना बंद हैं

- नमालूम

कोई हमदम नहीं

कोई हमदम नहीं कोई सहारा नहीं
हम किसी के नहीं कोई हमारा नहीं

- नमालूम

दरो दीवार पे हसरत से

दरो दीवार पे हसरत से नज़र करते हैं
खुश रहो एहले वतन हम तो सफ़र करते हैं

- नमालूम

Tuesday, January 6, 2015

अगर सच कहना

अगर सच कहना बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं

- नमालूम

प्यार के हद से

प्यार के हद से आगे निकल आयें हम
अब मुहब्बत को कोई नया नाम दें

- नमालूम

प्यार के हद से

प्यार के हद से आगे निकल आयें हम
अब मुहब्बत को कोई नया नाम दें

- नमालूम

किनारे नहीं ये नदी के अधर हैं

किनारे नहीं ये नदी के अधर हैं
जिन्हें चूमने हर लहर जा रही है

- नमालूम

किस्मत वालों को मिलता है

किस्मत वालों को मिलता है
प्यार के बदले प्यार

- नमालूम

Monday, January 5, 2015

बैठ मेरे पास

बैठ मेरे पास तुझे देखता रहूँ

- नमालूम

आपने वादा किया था

आपने वादा किया था मिलेंगे ख्वाब में
उम्र भर सोयेंगे आपके इंतज़ार में

- नमालूम

फूल ऐसी चीज है

फूल ऐसी चीज है जो हाथों से बनती नहीं
तू ऐसी चीज है जो आँखों से हटती नहीं

- नमालूम

मेरे जनाजे के पीछे

मेरे जनाजे के पीछे सारा जनाजा निकला
मगर वो न निकले जिनके पीछे जनाजा निकला

- नमालूम

प्यार का दीप

प्यार का दीप कठिन है जलाना
जल गया तो कठिन है बुझाना

- नमालूम

मुझे अपने दिल से

मुझे अपने दिल से उतरने न देना
मैं खुशबू हूँ इसे बिखरने न देना

- नमालूम

तेरी गली में आकर

तेरी गली में आकर खो गए हैं दोनों
दिल तुझको ढूंढता है मैं दिल को ढूंढता हूँ

- नमालूम

रमज़ान के महीने में

रमज़ान के महीने में न निकला करो
कोई तोड़ न दे रोज़ा तुम्हें चाँद समझकर

- नमालूम

वह मेरा ही होना है

जलते हैं वे जिन्हें अपने प्यार पर भरोसा नहीं होता
मैं जानती हूँ कि जो मेरा है, वह मेरा ही होना है

- नमालूम

भला ऐश को ही क्यूँ समझ ले ज़िन्दगी

भला ऐश को ही क्यूँ समझ ले ज़िन्दगी
है वो भी ज़िन्दगी जो रंजो - ग़म में गुजरे

- नमालूम

ये किसने भीगे बालों से झटका पानी

ये किसने भीगे बालों से झटका पानी
घिर आई घनी घटा , टूटे के बरसा पानी

- नमालूम

उनके दामन से ताल्लुक

उनके दामन से ताल्लुक भी बड़ी नेमत है
क्या जरूरी है कि दामन को छुआ भी जाए

- नमालूम

एक लम्हा ही मसर्रत के वक़्त होता है

एक लम्हा ही मसर्रत के वक़्त होता है
लोग जीने का सलीका ही कहाँ रखते हैं

- नमालूम

ज़िन्दगी जिंदादिली का नाम है

ज़िन्दगी जिंदादिली का नाम है
मुर्दा दिल क्या ख़ाक जिया करते हैं

- नमालूम

ओ मेरे सुख

ओ मेरे सुख धीरे-धीरे गा अपना मधुराग
ऊंचे स्वर से सोयी पीड़ा जाके कहीं न जाग

- नमालूम

आज तक किस का हुआ सच स्वप्न ?

आज तक किस का हुआ सच स्वप्न , जिसने स्वप्न देखा ?
कल्पना के मृदुल कर से मिटी किस की भाग्य रेखा ?

- नमालूम

माटी के अभिनव जादूगर

माटी के अभिनव जादूगर , दुनिया के मुनीम ओ ईश्वर
मेरे खाते में मत लिखना जो क्षण उनके बिना जिए हैं

- नमालूम

पहले सौ बार

पहले सौ बार इधर-उधर देखा है
फिर जाके उन्हें इक नज़र देखा है

- नमालूम

मेहरबां हो के बुलाओ

मेहरबां हो के बुलाओ मुझे चाहे जिस वक़्त
मैं गया वक़्त नहीं कि फिर आ भी न सकूँ

- नमालूम

जलते हुए घर को देखकर

जलते हुए घर को देखकर जब लोग हंसने लगे
तो मैंने उसे अपना मुकद्दर समझकर मुस्कुरा दिया

- नमालूम

डरता हूँ तुम्हारी मुहब्बत को देखकर

डरता हूँ तुम्हारी मुहब्बत को देखकर
अंजामे जुदाई क्या होगा

- नमालूम

दीवारें ढह गयीं

दीवारें ढह गयीं मेरे कच्चे मकान की
लोगों ने मेरे जेहन से रास्ता बना लिया

- नमालूम

फिर उसके बाद

फिर उसके बाद कई लोग मिलके बिछड़े हैं
किसी जुदाई का दिल पे कोई असर नहीं होता

- नमालूम

तुझको इंसान तो कह दूँ

तुझको इंसान तो कह दूँ  मैं ख़ुशी से लेकिन
यह बता दे कि तू इस दौर का इन्सान तो नहीं

- नमालूम

इस भीड़ में

इस भीड़ में लोगों की मैं रो भी नहीं सकता
एक तुम हो कि चुपके से तन्हाई में रो लोगे

- नमालूम

बड़े प्यार से

बड़े प्यार से हम जिन फलों को ताकते थे
हवा चली तो सर पर गिरे पत्थरों की तरह

- नमालूम

मंजिल की जुस्तुजू में

मंजिल की जुस्तुजू में क्यों फिर रहा है राही
इतना अजीम बन जा कि मंजिल तुझे पुकारे

- नमालूम

हर एक जुल्म को

हर एक जुल्म को चुपचाप झेलने वालो
ख़ुदा के वास्ते तौहीने ज़िन्दगी न करो

- नमालूम

ज़िन्दगी राह भी, राही भी

ज़िन्दगी राह भी, राही भी, सफ़र भी लेकिन
जिनको चलना नहीं आता कुचले जाते हैं

- नमालूम

कहाँ से लाऊंगा मैं जुदाई का हौसला

कहाँ से लाऊंगा मैं जुदाई का हौसला
क्यों इस तरह मेरे करीब आ रहे हो

- नमालूम

खामोश मिजाजी

खामोश मिजाजी तुम्हें जीने न देगी
इस दौर में जीना है तो कोहराम मचा दो

- नमालूम

हालात ने अजब तमाशे

हालात ने अजब तमाशे दिखाए हैं
कभी रिश्ते बदल गए, कभी रास्ते

- नमालूम

Sunday, January 4, 2015

किस मोड़ पर ला खड़ा किया है ज़िन्दगी ने

किस मोड़ पर ला खड़ा किया है ज़िन्दगी ने हमको
कि हर राह है उलझी और भटकने का डर है

- नमालूम

बिछड़ने के दर्द को आप क्या जानें

बिछड़ने के दर्द को आप क्या जानें
वो लम्हा आपने जी कर नहीं देखा

- नमालूम

जिनको उड़ने का कोई शौक नहीं

जिनको उड़ने का कोई शौक नहीं
वे दूसरों की हंसी उड़ाते हैं

- नमालूम

तुम मुखातिब भी हो

तुम मुखातिब भी हो , करीब भी हो
तुम को देखूं कि तुमसे बात करूँ

- नमालूम

तुझे पा के खुद को मैं पाऊंगा

तुझे पा के खुद को मैं पाऊंगा , कि तुझी में खोया हूँ मैं
ये तेरी तलाश है इसलिए कि मुझे है अपनी ही जुस्तुजू

- नमालूम

वज्म में कायनात होती है

उनसे जब दिल की बात होती है, वज्म में कायनात होती है
लव को महसूस तक नहीं होता , आँखों-आँखों में बात होती है

- नमालूम

इश्क़ में पागल सा होना

अहले खिरद क्या जानें , दिल को, इसकी यह मजबूरी है
इश्क़ में पागल सा होना , शायद बहुत जरूरी है

- नमालूम

कुछ लोग जहाँ में ऐसे भी होते हैं

कुछ लोग जहाँ में ऐसे भी होते हैं
महफ़िलों में हँसते हैं तन्हाईयों में रोते हैं

- नमालूम

इससे ज्यादा तौहीने वफ़ा क्या होगी

आपके सामने खाएं हम वफ़ा की कसमें
इससे ज्यादा तौहीने वफ़ा क्या होगी

- नमालूम

वो तो दुश्मनों से

वो तो दुश्मनों से ताल्लुकात अच्छे थे
वरना दोस्तों ने तो कहीं का नहीं छोड़ा था

- नमालूम

हुयी अवतरित मुखमंडल पर

हुयी अवतरित मुखमंडल पर , मानो अरुण ऊषा की लाली
अधरों पर मुस्कान लग रही , विद्दुत आभा छवि - शाली

- नमालूम

रूठ गया था अपनेपन से

रूठ गया था अपनेपन से अपना सकी न उसको मैं
वह तो मेरा अपना ही था भला मनाती किसको मैं

- नमालूम

जीवन की लम्बी यात्रा में

जीवन की लम्बी यात्रा में खोये भी मिल जाते
जीवन है तो कभी मिलन है कट जाती दुःख की रातें

- नमालूम

डूबता सूर्य यह कह गया है

अश्रु में हास फेरे मिलेंगे , आँधियों में बसेरे मिलेंगे
डूबता सूर्य यह कह गया है, फिर सवेरे -सवेरे मिलेंगे

- नमालूम

Friday, January 2, 2015

या दीवाना हँसे या तू जिसे तौफीक दे

या दीवाना हँसे या तू जिसे तौफीक दे
वरना इस दुनिया में मुस्कुराता कौन है

- नमालूम

देखा धन का मधुवर्णन

तुमने मेरे अश्रु न देखे,  देखा धन का मधुवर्णन
तुमने मेरी पीर न जानी , जानी चपला की तड़पन

- नमालूम

दूरियां नापते जमीनों की

दूरियां नापते जमीनों की , लोग कितने अजीब होते हैं
उनको नज़रों से दूर न समझो , जो दिल के करीब होते हैं

- नमालूम

बाँध न तोड़ दे कहीं

बाँध न तोड़ दे कहीं, अश्कों का यह समंदर
हैरां हैं देखने वाले कि इतना पानी आया कहाँ से

- नमालूम

चील कौवों की अदालत

चील कौवों की अदालत में कोयल मुजरिम
देखना है वक़्त अब क्या सजा देता है

- नमालूम

तट पर बैठे लहरें

तट पर बैठे लहरें गिनने से नौका पार नहीं होती
तुम्हें चीरना होगा नाविक तूफानी सागर की घाटी

- नमालूम

वक़्त आने पर

वक़्त आने पर दिखा देंगे आसमाँ वालो
अभी बताएं क्या जो हमारे दिल में है

- नमालूम

कोई भी कोशिश

कोई भी कोशिश कभी नाकाम नहीं हो सकती
मंजिल न भी मिले तो फासले घाट जायेंगे

- नमालूम

सर झुकाए बैठे हो

सर झुकाए बैठे हो , ये सलाम किसको दूँ
प्यार से लाया हूँ जो पैगाम किसको दूँ

- नमालूम

कान की बाली बिकी

कान की बाली बिकी, बिकी होंठ की लाली
तंग हो गयी मंहगाई से घर-घर की खुशहाली

- नमालूम

जिसने संघर्ष किया होगा

जीवन की तरह जीवन उसने जिया होगा
जीवन के लिए जिसने संघर्ष किया होगा

- नमालूम

ज़िन्दगी का भी क्या भरोसा है

ज़िन्दगी का भी क्या भरोसा है
चांदनी है अभी अमावश है

- नमालूम

किरचियाँ टूटे हुए दिन की

किरचियाँ टूटे हुए दिन की समेटूं कैसे
दस्ते नाजुक ये हिना रंग लायी है

- नमालूम

नफरत के इस शहर का क्या होगा

नफरत के इस शहर का क्या होगा , अपने के कहर का क्या होगा
धरती बाँट के चाँद पे पहुँच , अब चाँद के घर का क्या होगा

- नमालूम

घिर रहा जग तमस में

घिर रहा जग तमस में, वन प्रभा तुम मुस्कुराओ
गीत गाता हूँ तुम्हारे , आज स्वर से स्वर मिलाओ

- नमालूम

आग मेरे दिल की पानी हो गयी

आग मेरे दिल की पानी हो गयी
वेदना जबसे मेरी सयानी हो गयी

- नमालूम

चलो अच्छा हुआ

चलो अच्छा हुआ अपने में से कोई तो बेगाना निकला
गर सभी अपने हों तो बेगाने कहाँ जाते
दुनिया ही चमन होती तो वीराने कहाँ जाते

- नमालूम

मरता है देश के लिए जो शख्स बेक़सूर

मरता है देश के लिए जो शख्स बेक़सूर
लाता है रंग एक दिन उसका लहू जरूर

- वैभव वर्मा

ख़त्म जिस दिन

ख़त्म जिस दिन दिल से दिल का फासला हो जायेगा
खुद ब खुद हर मरहले का फैसला हो जायेगा

- नमालूम

आईना देख रहा है मुझे हैरां होकर

गर्दिशे वक़्त ने क्या, शक्ल बदल दी मेरी
कि आईना देख रहा है मुझे हैरां होकर

- नमालूम

गुजर चली थी

गुजर चली थी दबे पाँव शामे तन्हाई
तेरा ख़याल आया तो आँख भर आई

- नमालूम

ईश्वर भजन का नहीं

ईश्वर भजन का नहीं भाव का भूखा है
परमात्मा पूजा का नहीं प्रेम का भूखा है

- नमालूम

निगाहों में रहिये

बनकर अश्क भावनाओं में न बहिये
खुली है पलकें निगाहों में रहिये

- नमालूम

तुम्हारे सामने जब भी सवाल आता है

तुम्हारे सामने जब भी सवाल आता है
तुम्हारे खून में अक्सर उबाल आता है

- नमालूम