जेरे शमसीर मेरा सर है झुकाऊं किसको
एक हमबार महशर है पुकारूं किसको
कोई दुश्मन हो तो मैं उसके मुक़ाबिल आऊँ
दोस्त के हाथ में खंजर है पुकारूँ किसको
- नमालूम
एक हमबार महशर है पुकारूं किसको
कोई दुश्मन हो तो मैं उसके मुक़ाबिल आऊँ
दोस्त के हाथ में खंजर है पुकारूँ किसको
- नमालूम
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