Thursday, April 9, 2015

हो तेरे बिना नींद नहीं आतियाँ

हो तेरे बिना नींद नहीं आतियाँ
सारी रात लेवा अंगड़ाईयां
कितना सताया हमें नूं,
ओ मेरे राझनां
कि जैसे तन्हाईयाँ
हो तेरे बिना नींद नहीं आतियाँ
सारी  रात लेवा अंगड़ाईयां

- नमालूम

No comments:

Post a Comment