मैं सांस लेता हूं तेरी खुशबू आती है
Monday, April 13, 2015
नीचे बहता दरिया कह रहा था
नीचे बहता दरिया कह रहा था
आओ, मेरी आगोश में आ जाओ
मैं तुम्हारी बदनामी के सारे दाग छिपा लूँगा
- नमालूम
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment