मैं सांस लेता हूं तेरी खुशबू आती है
Saturday, April 4, 2015
ओ बेनसीब !
ओ बेनसीब ! हश्र के वादों का हश्र देख
वो रफ्ता-रफ्ता वादा फरामोश हो गए
- नमालूम
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