मैं सांस लेता हूं तेरी खुशबू आती है
Wednesday, April 1, 2015
छात्रों को पुस्तकों से प्रेम हो सकता है
छात्रों को पुस्तकों से प्रेम हो सकता है , और हो जाता है लेकिन वह पुस्तक के उन्हीं भागों पर ज्यादा ध्यान देता है जो परीक्षा में आ सकते हैं . उसकी पहली गरज है परीक्षा में पास होना ज्ञानार्जन उसके बाद .
- नमालूम
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment