Saturday, April 4, 2015

बनने चले थे क्या और क्या-क्या बना बैठे

बनने चले थे क्या और क्या-क्या बना बैठे
कहीं मंदिर बना बैठे- कहीं मस्जिद बना बैठे
अरे हमसे तो अच्छे ये परिंदे हैं
जो कभी मंदिर में जा बैठे कभी मस्जिद में जा बैठे
- नमालूम

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