हमारी उस धरती पर बादल ज्यादा नहीं बरसता लेकिन चाँद बरसता है. ऐसी खिली हुयी चांदनी कम जगहों पर होती है . उस आकाश में कितने ज्यादा तारे होते हैं. नहीं ,यहाँ इतने ज्यादा तारे नहीं हैं . यहाँ के तारे घूंघट में छिपते रहते हैं. आकाश में तारे चमचमाते रहते हैं. लेकिन नंदनी हर जगह की अपनी अलग खूबसूरती है.
- नमालूम
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