मैं सांस लेता हूं तेरी खुशबू आती है
Wednesday, January 14, 2015
दरो दीवार पे हसरत से
दरो दीवार पे हसरत से नज़र करते हैं
खुश रहो एहले वतन हम तो सफ़र करते हैं
- नमालूम
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment