मैं सांस लेता हूं तेरी खुशबू आती है
Friday, January 2, 2015
बाँध न तोड़ दे कहीं
बाँध न तोड़ दे कहीं, अश्कों का यह समंदर
हैरां हैं देखने वाले कि इतना पानी आया कहाँ से
- नमालूम
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