मैं सांस लेता हूं तेरी खुशबू आती है
Sunday, February 22, 2015
मेरा जीवन एक सपाट
मेरा जीवन एक सपाट ,समतल मैदान है , जिसमें कहीं -कहीं गड्ढ़े तो हैं पर टीलों ,पर्वतों ,घने जंगलों , गहरी घाटियों का कोई स्थान नहीं है . जो सज्जन पहाड़ों की सैर के शौक़ीन हैं , उन्हें तो यहाँ निराशा ही मिलेगी.
- नमालूम
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