मैं सांस लेता हूं तेरी खुशबू आती है
Monday, February 2, 2015
चरित्र से मनुष्य नहीं बनते
चरित्र से मनुष्य नहीं बनते , मनुष्य चरित्र का निर्माण करते हैं.
- नमालूम
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment